यह देखा गया है कि ज्ज़्यादातर लोग अपने जीवन के किसी न किसी मोड़ पर बाल झड़ने की समस्या से जूझते हैं। ज़्यादातर लोगों को बाल झड़ने की समस्या तब शुरू होती है जब वे काफ़ी कम उम्र में होते हैं या फिर वयस्कता की अवस्था में पहुँच जाते हैं। हालाँकि, कुछ लोगों के बाल तो युवावस्था में ही झड़ने लगते हैं।
बाल झड़ना किसी के लिए भी मुश्किल हो सकता है, खासकर तब जब वे बेहद कम उम्र के हों। बाल झड़ने की वजह से कॉन्फिडेंस पर बहुत ही नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। युवा लोगों में बाल झड़ने के संभावित कारण आनुवंशिक या फिर हार्मोनल असंतुलन भी हो सकते हैं। किसी तरह का मेडिकल उपचार भी इसका एक बड़ा कारण हो सकता है।
कई स्थितियों में यह देखा गया है कि, इस स्थिति का जल्दी पता लगने से बाल झड़ने से बचाया भी जा सकता है। आइए समझते हैं कि कम उम्र में बाल झड़ने के क्या कारण होते हैं और फिर इससे कैसे बचा जा सकता है।
कम उम्र में बाल झड़ने के क्या कारण होते हैं?
कम उम्र में बाल झड़ने के कारण आनुवंशिक स्थितियों से लेकर जीवनशैली में बदलाव तक के हो सकते हैं। लेकिन बाल झड़ने के कारण को समझने से सबसे अच्छी बात यह है कि इससे उपलब्ध उपचार का विकल्प चुनने में मदद मिल सकती है।
एंड्रोजेनिक एलोपेसिया
युवा लोगों में बाल झड़ने के सबसे आम कार्बन में एंड्रोजेनिक एलोपेसिया होता है, जिसे अक्सर पुरुष-पैटर्न या फिर महिला-पैटर्न गंजापन के रूप में भी जाना जाता है। यह स्थिति सामान्य तौर पर आनुवंशिक होती है और साथ ही किशोरावस्था में ही विकसित हो सकती है। एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया में बालों का धीरे-धीरे झड़ना शामिल है, जो आमतौर पर पुरुषों में टेंपल और मुकुट के आसपास ही शुरू होता है और महिलाओं में यह स्कैल्प का सामान्य रूप से पतला होना शामिल होता है।
पारिवारिक इतिहास
अगर आपके परिवार में शुरुआती तौर पर बाल झड़ने का इतिहास रहा है, तो आपको भी यह होने की संभावना बेहद अधिक होती है। आनुवंशिकी रूप में बालों के झड़ने की संभावना होती है और यह शुरुआत को भी काफी अधिक प्रभावित करती है। माता-पिता और दादा-दादी में इस तरह के रुझानों का अवलोकन करने से समान समस्याओं के विकसित होने की संभावना का अनुमान लगाने में भी काफी अधिक मदद मिल सकती है।
कुपोषण भी है एक कारण
कुपोषण की समस्या तभी होती है जब भोजन में पोषण की कमी हो, जो कि पूरा खाना न खाने, बहुत ज़्यादा खाने या फिर पोषक तत्वों का सही संतुलन न होने से हो सकता है।
भोजन की कमी, आहार में असंतुलन, भोजन का खराब होना या फिर उसका अपच होना इसके कुछ प्रमुख कारण हो सकते हैं।
शरीर में निम्न पोषक तत्वों की कमी से कम उम्र में बाल झड़ सकते हैं –
- विटामिन ए
- विटामिन ई
- विटामिन सी
- आयरन
- नियासिन
- विटामिन डी
- विटामिन ई
- बायोटिन
- फोलिक एसिड
- सेलेनियम
थायरॉइड का असंतुलन होना
थायरॉइड असंतुलन का मतलब होता है जब शरीर में थायरॉइड हार्मोन का कम या फिर ज़्यादा उत्पादन होता है और थायरॉइड का यह असंतुलन कम उम्र में ही बालों के झड़ने का एक बड़ा कारण बन सकता है।
जब थायरॉइड असंतुलन के कारण बाल झड़ने लगते हैं या फिर कमज़ोर होने लगते है तो फिर बालों का झड़ना सबसे ज़्यादा उन लोगों में देखा जाता है जिन्हें थायरॉइड की गंभीर या फिर दीर्घकालिक बीमारी है। अगर झड़ चुके बालों का सही से इलाज किया जाए तो वे जल्द ही वापस भी आ सकते हैं।
ल्यूपस
ल्यूपस एक ऑटोइम्यून बीमारी होती है जो कि आपके प्रतिरक्षा तंत्र के माध्यम से टिश्यू और अंगों को काफी अधिक नुकसान पहुंचाती है। ल्यूपस के कारण जोड़ों में दर्द, थकान, शरीर पर चकत्ते और कम उम्र में ही बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं।
ल्यूपस के कारण बाल झड़ना धीरे-धीरे शुरू होता है और उपचार के बाद ठीक भी हो सकता है।
दवा की वजह से
दवाओं के साथ साथ और कई मेडिकल उपचारों के कारण बाल झड़ना। कई तरह की दवाएँ और बीमारियों के उपचार से भी बाल झड़ सकते हैं। इसके कुछ उदाहरणों में शामिल हैं:
- मुँहासे की दवाएँ लेना
- एंटीबायोटिक्स के कारण
- एंटी क्लॉटिंग दवा
- एंटीडिप्रेसेंट और मूड स्टेबलाइज़र
- एंटीफंगल उपचार
- उच्च रक्तचाप की दवा
- कीमोथेरेपी
- कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएँ
- गठिया की दवा
बालों की देखभाल के खराब तरीके भी है कारण
अत्यधिक स्टाइलिंग, हीट टूल्स का अत्यधिक उपयोग, पोनीटेल और ब्रैड जैसे टाइट हेयरस्टाइल और केमिकल इलाज सभी बालों को नुकसान, टूटने और झड़ने का कारण बन सकते हैं। अपने बालों को स्वस्थ रखने के लिए, आपको कोमल बालों की देखभाल के विभिन्न तरीकों का पालन करना चाहिए।
बालों का इलाज और रंगाई के साथ-साथ स्टाइलिंग भी है कारण
बालों को नियमित रूप से रंगने से काफी अधिक नुकसान हो सकता है क्योंकि इसमें कैमिकल शामिल होते हैं और बालों के टूटने की दर भी बढ़ सकती है।
लेकिन बालों को रंगने से होने वाला नुकसान केवल ऊपरी सतह पर ही होता है और इसलिए आमतौर पर बालों का झड़ना अधिक प्रभावित नहीं होता है। अगर आप अपने बालों को रंगना बंद कर देते हैं, तो फिर आपके बाल फिर से वैसे ही हो सकते हैं। इसका भी इलाज किया जा सकता है।
बालों के झड़ने के अन्य कारण
जबकि आनुवंशिकी और हार्मोनल परिवर्तन अक्सर बालों के झड़ने के प्राथमिक कारण होते हैं, तो वहीं कई अन्य कारक भी इस बीमारी में योगदान कर सकते हैं।
सिर में दाद का होना: दाद एक फंगल इन्फेक्शन होता है जो कि किसी व्यक्ति की खोपड़ी पर खुजली और पपड़ीदार त्वचा के धब्बे भी पैदा कर सकता है। कई मामलों में, यही दाद सूजन का कारण भी बन सकता है जिससे कम उम्र में निशान और बाल झड़ने भी लगते हैं।
टेलोजन एफ्लुवियम: टेलोजन एफ्लुवियम अस्थायी रूप से बालों के झड़ने का कारण बन जाता है। तनाव, बीमारी, गर्भावस्था या फिर वजन कम होना कम उम्र में बालों के झड़ने के कुछ मुख्य कारण हैं।
युवा लोगों में बालों का झड़ना कई तरह के अन्य कारकों पर भी निर्भर हो सकता है, जिससे इसका पता लगाना और इसका इलाज करना मुश्किल हो जाता है। इसमें निहित कारणों को समझना, चाहे वे आनुवंशिक हो, हार्मोनल, पोषण संबंधी, मनोवैज्ञानिक, चिकित्सा या जीवनशैली से संबंधित हों, प्रभावी समस्या समाधान के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है।
त्वचा विशेषज्ञ या ट्राइकोलॉजिस्ट जैसे स्वास्थ्य सेवा विशेषज्ञों से परामर्श करके ही, विशिष्ट सलाह और उपचार विकल्प दिए जा सकते हैं। समय रहते हस्तक्षेप और बालों की अच्छी देखभाल की आदतें युवा लोगों में बालों के झड़ने को प्रबंधित करने और साथ ही इसको ठीक करने में भी काफी मदद कर सकती हैं, जिससे कि बालों के स्वास्थ्य और आत्मविश्वास को बढ़ावा मिलता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
हां, तनाव का बालों के स्वास्थ्य पर बेहद अधिक प्रभाव पड़ता है। अधिक तनाव टेलोजन एफ्लुवियम नामक स्थिति पैदा कर सकता है, जिसमें बालों के रोम को नुकसान पहुंचता है और बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। अगर यह तनाव लंबे समय तक का है तो यह तनाव बालों के विकास चक्र को भी काफी अधिक प्रभावित कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप समय के साथ बाल झड़ने लगते हैं। इस प्रभाव को स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर भी कम किया जा सकता है जिसमें नियमित व्यायाम, उचित नींद और तनाव से राहत देने वाली आदतें शामिल हैं।
हां, आहार संबंधी कमियों के कारण होने वाले बालों के झड़ने की समस्या को आमतौर पर उसमें अंतर्निहित कमियों का इलाज करके ठीक किया जा सकता है। विटामिन और खनिजों से भरपूर संतुलित आहार अच्छे बालों के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। विटामिन ए, सी, डी और ई के साथ ही बायोटिन, आयरन, नियासिन और फोलिक एसिड बालों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं। यदि आपको किसी कमी का संदेह है, तो डॉक्टर से बात करें जो कि विटामिन के स्तर को बहाल करने और बालों के विकास को प्रोत्साहित करने में मदद करने के लिए आहार या फिर सप्लीमेंट में बदलाव करने का का सुझाव दे सकता है।