क्या हेयर ट्रांसप्लांट सेफ है ?
हेयर ट्रांसप्लांट की सर्जरी में सिर्फ और सिर्फ रोगी के सिर पर उसी स्थान से स्कैल्प ग्राफ्ट को हटाने का काम किया जाता है जहां अधिक मात्रा में बाल होते हैं। जहां से बाल को हटाया गया है, उसे डोनर स्पॉट के रूप में जाना जाता है। हालांकि, जिस स्थान पर नए बाल उसे प्राप्तकर्ता(recipient) स्थान के रूप में जाना जाता है। आमतौर पर, हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी डॉक्टर के क्लिनिक में या किसी अस्पताल में की जाती है इस दौरान इसमें लोकल या जनरल एनेस्थीसिया का भी इस्तेमाल किया जाता है लेकिन एनेस्थीसिया का उपयोग करना है या नहीं यह हेयर प्लांट सर्जरी के एरिया पर निर्भर करता है इसके अलावा एनेस्थीसिया इस बात को भी ध्यान में रखकर दिया जाएगा कि इसमें ग्राफ्ट की संख्या कितनी है और सर्जरी करने में कितना समय लगेगा।
क्या हेयर ट्रांसप्लांट सेफ है या नहीं?
जब भी हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी की बात आती है, तो अधिकतर लोग या लगभग सभी व्यक्ति यही जानना चाहते हैं कि क्या हेयर ट्रांसप्लांट सेफ है ?
या इससे जुड़ा कोई नुकसान भी हैं। इस सवाल का कि क्या हेयर ट्रांसप्लांट सेफ है या नहीं का सबसे छोटा और आसान सा जवाब है कि हेयर ट्रांसप्लांट बिल्कुल सुरक्षित है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी पूरी तरह से ट्रेंड डॉक्टर द्वारा की जा रही है, और इसे सुरक्षित और पूरी तरह से प्रभावी बनाने के लिए हरेक बात का ध्यान रखा जा रहा है और हरसंभव प्रयास किया जाता है इसलिए इस बात की बिल्कुल भी चिंता न करें कि क्या हेयर ट्रांसप्लांट सेफ है ? पर फिर भी, हर सर्जरी की तरह, इन सर्जरी में भी कुछ जोखिम शामिल हैं। हालांकि हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी से जुड़े जोखिम बहुत ही कम हैं।
हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान, एक सर्जन या डॉक्टर ऐसे क्षेत्र जहां बालों की संख्या बहुत अधिक है, जैसे सिर के पिछले हिस्से से फॉलिकल्स को हटा देता है जिसे कि डोनर एरिया कहा जाता है। फिर वे सिर के उस प्रभावित क्षेत्र, जहां पर बाल नहीं है वहां पर रोम के छोटे-छोटे छिद्रों में उसको प्रत्यारोपित करते हैं।
क्या हेयर ट्रांसप्लांट सेफ है या नहीं को जानने के बाद अाईये जानते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट कितने प्रकार का होता है। हेयर ट्रांसप्लांट सामान्यतः दो प्रकार का होता हैं:
फॉलिक्युलर यूनिट स्ट्रिप सर्जरी (एफयूएसएस)
सर्जन या डॉक्टर डोनर एरिया से से त्वचा या स्किन की पट्टी हटा देगा और उसकी जो चीरा लगाया था उसे टांके की मदद से बंद कर देगा। फिर डॉक्टर या सर्जन डोनर की त्वचा को छोटे फोलिक्युलर यूनिट (follicular units) में अलग करने के लिए एक माइक्रोस्कोप का इस्तेमाल करेंगे जिसमें एक या कई बाल यूनिट्स होते हैं और इन यूनिट्स को जरूरत वाली जगहों पर लगा दिया जाता हैं।
फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (एफयूई)
डोनर एरिया से रोम(follicles) को हटाने के लिए सर्जन या डॉक्टर किसी पंच मशीन का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि यह तरीका कुछ निशान छोड़ सकता है जोकि सामान्यतः नहीं के बराबर दिखेगी और इससे किसी व्यक्ति को सामान्य तौर पर टांके लगाने की जरूरत नहीं होगी।
दोनों ही तकनीकें पूरी तरह से प्रभावी हैं, लेकिन कुछ मामलों में दोनों ही तकनीकें अलग-अलग परिणाम दे सकती हैं। 2019 में लिखे एक लेख से पता चलता है कि FUE में अधिक स्किल की जरूरत होती है और FUSS से अधिक समय भी उसमें लगता है। पर अगर सर्जन को उस तकनीक का बहुत अधिक अनुभव है तो FUE काफी अच्छे रिज़ल्ट दे सकता है।
ज्यादातर मामलों में देखा जाएं तो सर्जन या डॉक्टर डोनर एरिया के रूप में सिर के किनारे या पीछे के हिस्से का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, ठोड़ी, पीठ या छाती की स्किन से भी बाल लिया जा सकता है। शरीर के अन्य जगहों के बालों का उपयोग करना उन व्यक्तिओं के लिए लाभदायक हो सकता है जिनके सिर के पीछे या सिर के किनारों पर घने बाल नहीं होते हैं।
कुछ रिसर्च बताते हैं कि शरीर के किसी हिस्से या दाढ़ी से बाल लेने में अधिक समय लग सकता है और सिर के बालों का इस्तेमाल करने की तुलना में उसमें अधिक स्किल की भी जरूरत होगी। पर एक अन्य अध्ययन से यह भी पता चलता है कि हेयर ट्रांसप्लांट के लिए शरीर के किसी हिस्से या दाढ़ी के बाल बेहतरीन डोनर एरिया के रुप में जाने जाते हैं।
हेयर ट्रांसप्लांट के हरेक प्रक्रिया में कई घंटे भी लग सकते हैं। सर्जरी में लगने वाला समय इस बात पर निर्भर करता है कि सर्जन या डॉक्टर कितने फॉलिकल्स लगाता है। सामान्यतः किसी व्यक्ति को इलाज के दिन ही डिस्चार्ज किया जा सकता है।
हेयर ट्रांसप्लांट में सफलता दर
क्या हेयर ट्रांसप्लांट सेफ है या नहीं जैसे सवालों के जवाब जानने के बाद आइए जानते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट के सफ़लता की दर क्या है ? कई कारणों से बालों के विकास को दोबारा शुरू करने के लिए हेयर ट्रांसप्लांट एक बहुत ही इफेक्टिव प्रक्रिया हो सकती है। हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी में सफलता की दर कई कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें सर्जन या डॉक्टर का स्किल और उनका अनुभव और साथ साथ ही डोनर के बालों की मोटाई भी शामिल है। सफलता की संभावना अधिक होने के कारण आप इस बात की चिन्ता न करें कि क्या हेयर ट्रांसप्लांट सेफ है या नहीं।
हेयर ट्रांसप्लांटेशन बालों की बढ़ोतरी में मामूली बदलाव कर सकता है। अधिक बदलाव के लिए कई लोग स्किन फ्लैप सर्जरी, टिश्यू एक्सपेंशन या स्कैल्प रिडक्शन जैसी तकनीक को भी अपनाते हैं।
अभी तक कोई बहुत बड़ा अध्ययन नहीं हुआ है जो हेयर ट्रांसप्लांट की सफलता दर को बताता हो। पर कई छोटे छोटे अध्ययनों और लेखों में हेयर ट्रांसप्लांट सफल होने की जानकारी मिलती हैं इसलिए इस बात को लेकर बिल्कुल भी परेशान न हो कि क्या हेयर ट्रांसप्लांट सेफ है या नहीं।
एक रिसर्च में पाया गया कि सिर के बालों के साथ साथ शरीर या दाढ़ी के बालों का इस्तेमाल करके FUE करवाने वाले अधिकतर व्यक्ति 2.9 साल बाद भी उसके परिणामों से ख़ुश थे। 79 पार्टिसिपेंट्स में से संतुष्ट होने का औसत स्कोर 10 में से 8.3 था।
इसी तरह एक अन्य अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि FUE के साथ प्लेटलेट-रिच प्लाज्मा (PRP) थेरेपी का इस्तेमाल करने से FUE हेयर ट्रांसप्लांट की सफलता होने की सम्भावना बढ़ जाती है। पीआरपी समूह के सभी पार्टिसिपेंट्स में 6 महीने बाद 75% से अधिक बाल फिर से उग आए थे इसलिए आप इस सवाल से पूरी तरह निश्चिंत हो जाए कि क्या हेयर ट्रांसप्लांट सेफ है या नहीं क्योंकि हेयर ट्रांसप्लांट की सफ़लता दर बहुत ऊंची है।
सर्जरी के बाद यह बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है कि व्यक्ति अपना अच्छे से ध्यान रखें। जरूरी दवाएं समय पर लें और अपने सर्जन या डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें। सर्जरी के बाद हुई सूजन और सुन्न होने की समस्या 2 सप्ताह में पूरी तरह से दूर हो जाएगी। अधिक जानकारी के लिए आप ALCS Clinic पर जा सकते हैं।