वर्तमान समय में देखें तो बालों के झड़ने की समस्या से दुनिया भर में लाखों लोगों प्रभावित हो रहें है, जिसके कारण कई लोग अपने बालों और साथ ही आत्मविश्वास को वापस पाने के लिए सफल और सुरक्षित उपचार की तलाश करते हैं। विभिन्न तरह की संभावनाओं में से, हेयर ट्रांसप्लांट एक लोकप्रिय और साथ ही व्यवहार्य उपचार के रूप में उभर कर सामने आया है। हालाँकि, नए मरीज़ अक्सर इस प्रक्रिया की सुरक्षा के बारे में कई बार चिंता व्यक्त करते हैं।
इस लेख का उद्देश्य हेयर ट्रांसप्लांट के सुरक्षा पहलुओं के बारे में गहन जानकारी देना है, जिसमें अक्सर मन में उठने वाली चिंताओं का समाधान किया जाता है।
आपको बता दें कि हेयर ट्रांसप्लांट की सर्जरी में, स्कैल्प ग्राफ्ट को केवल मरीज के सिर के उस हिस्से से लिया जाता है जहाँ पर अधिक बाल होते हैं। डोनर लोकेशन उस क्षेत्र के बारे में बताता है जहाँ से बाल निकाले गए थे। दूसरी ओर, रिसीवर साइट उस क्षेत्र को संदर्भित करती है जहाँ नए बाल उगाने होते हैं।
हेयर ट्रांसप्लांटेशन की विभिन्न प्रक्रियाओं को समझना
हेयर ट्रांसप्लांट की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए, इसमें शामिल तकनीकों को समझना बेहद अधिक महत्वपूर्ण है। इसके दो मुख्य तरीके हैं:
फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांट (FUT): डोनर क्षेत्र से स्कैल्प की एक पट्टी हटाता है, जो कि आमतौर पर सिर का पिछला हिस्सा होता है। फिर इस पट्टी को अलग-अलग फॉलिक्युलर इकाइयों में बांटा जाता है, जिन्हें कि गंजे क्षेत्रों में प्रत्यारोपित किया जाता है। यह एक रैखिक निशान छोड़ता है जो कि आसपास के बालों में बेहद आसानी से छिपाया हो सकता है।
फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (FUE): आपको बता दें कि इंस्ट्रूमेंट के साथ साथ डोनर लोकेशन से सीधे अलग-अलग हेयर फॉलिकल्स को काटा जाता है। फिर फॉलिकल्स को रिसीवर वाली जगह में प्रत्यारोपित किया जाता है। कई बार यह छोटे, बिंदु जैसे निशान बनाता है जो FUT के बाद रैखिक निशान की तुलना में कम दिखाई देते हैं।
सर्जन या फिर डॉक्टर डोनर क्षेत्र से फॉलिकल्स को हटाने के लिए पंच मशीन का उपयोग कर सकते हैं। हालाँकि इस विधि से कुछ निशान रह सकते हैं, लेकिन यह आमतौर पर बहुत कम होगा और इसमें व्यक्ति को आमतौर पर टांके लगाने की आवश्यकता भी नहीं होगी।
2019 में लिखे गए एक लेख से पता चलता है कि FUE के लिए FUSS की तुलना में अधिक कौशल की आवश्यकता होती है और इसमें अधिक समय भी लगता है। लेकिन अगर सर्जन को उस तकनीक का बहुत अनुभव है तो FUE बहुत अच्छे नतीजे दे सकता है।
बाल प्रत्यारोपण की सुरक्ष से जुड़े मुख्य विचार
बाल प्रत्यारोपण करवाने के बारे में सोचते समय, किसी को इसकी सुरक्षा के बारे में जरूर चिंतित होना चाहिए। कई महत्वपूर्ण पहलू में एक पहलू है कि एक संतोषजनक और सुरक्षित परिणाम में यह कितना योगदान करते हैं। वे इस प्रकार हैं:
सर्जन की योग्यता और अनुभव: सामान्य तौर पर देखें तो बाल प्रत्यारोपण की सुरक्षा और प्रभावशीलता सर्जन की योग्यता और अनुभव पर बहुत अधिक निर्भर करती है। बाल प्रत्यारोपण में विशेषज्ञता वाले कई बोर्ड-प्रमाणित सर्जन को सामान्य प्राथमिकता दी जाती है।
सर्जन की साख, समीक्षा और साथ ही पूर्व रोगियों की पहले और बाद की तस्वीरों पर शोध करने से उनके कौशल के बारे में काफी अधिक जानकारी मिल सकती है।
प्रीऑपरेटिव परीक्षा: किसी भी अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थिति का पता लगाने के लिए एक व्यापक प्री-ऑपरेटिव मूल्यांकन आवश्यक है जो प्रक्रिया की सुरक्षा को प्रभावित कर सकता है। सर्जनों को रोगी के चिकित्सा इतिहास की समीक्षा करनी चाहिए, जिसमें कोई पुरानी बीमारी, दवाएँ और एलर्जी शामिल हैं।
देखा जाए तो सावधानीपूर्वक मूल्यांकन प्रक्रिया को रोगी की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार निर्धारित करने की अनुमति देता है जबकि साथ ही यह खतरों को भी कम करता है।
सर्जिकल सुविधा से जुड़े मानक: बाल प्रत्यारोपण की सुरक्षा सर्जिकल सुविधा के मानकों द्वारा भी निर्धारित की जाती है। संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए कई परिस्थितियों और अत्याधुनिक उपकरणों के साथ प्रमाणित क्लीनिक काफी अधिक महत्वपूर्ण हो जाते हैं। मरीजों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि क्लिनिक नियमों का पालन करता हो और साथ ही उच्च स्तर की स्वच्छता बनाए रखता है।
एनेस्थेटिक सुरक्षा: हेयर ट्रांसप्लांट अक्सर लोकल एनेस्थेटिक के साथ किए जाते हैं, जोकि रोगी को जगाए रखते हुए उसकी खोपड़ी को सुन्न कर देता है। लोकल एनेस्थीसिया आम तौर पर सुरक्षित होता है, जिसमें सामान्य एनेस्थीसिया की तुलना में कम जोखिम होता है। रोगी की सुरक्षा की गारंटी के लिए, एनेस्थेटिक को एक कुशल एनेस्थेटिस्ट द्वारा प्रशासित और निगरानी किया जाना चाहिए।
इससे जुड़े संभावित जोखिम और जटिलताएँ
हालाँकि देखा जाए तो हेयर ट्रांसप्लांट आम तौर पर सुरक्षित होते हैं, लेकिन किसी भी अन्य सर्जिकल ऑपरेशन की तरह, इनमें भी काई तरह की समस्याओं की संभावना होती है। इन खतरों को समझने और साथ ही रोगियों को अधिक अच्छा निर्णय लेने और निवारक कदम उठाने में काफी मदद मिल सकती है।
संक्रमण: सामान्य तौर कर देखें तो इसकी संक्रमण की संभावना बेहद दुर्लभ है, और अगर सर्जिकल साइट को ठीक से साफ नहीं किया जाता है तो फिर यहां इन्फेक्शन जरूर विकसित हो सकता है। संक्रमण से बचने के लिए सर्जन एंटीबायोटिक्स भी निर्धारित किए जाते हैं, और साथ ही यह महत्वपूर्ण है कि रोगी पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल दिशानिर्देशों का भी पालन जरूर करें।
ब्लीडिंग: सर्जरी के दौरान और बाद में मामूली रक्तस्राव होता है। सर्जन रक्तस्राव यानी ब्लीडिंग को कम करने के लिए सावधानी बरतते हैं, और साथ ही रोगियों को ऐसे व्यवहार से भी बचना चाहिए जो इसे और खराब कर सकती हैं।
निशान का पड़ना: FUT एक रैखिक निशान बनाने का कार्य है, जबकि FUE बिंदु जैसे निशान बनाता है। उचित तरीके से सर्जरी चिकित्सा तकनीक और ऑपरेशन के बाद की देखभाल से इन निशानों को कम किया जा सकता है।
सूजन और चोट का होना: इस दौरान माथे और आँखों के आस-पास सूजन और भी चोट लग सकती है, हालाँकि यह आमतौर पर कुछ दिनों में ही ठीक हो जाती है। सिर को ऊपर उठाकर रखने और साथ ही ठंडी सिकाई करने से सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है।
दर्द और बेचैनी का होना: सर्जरी के बाद थोड़ी बेचैनी होना सामान्य है, लेकिन यह आमतौर पर हल्का होता है और दर्द निवारक दवाओं से इसका इलाज किया जा सकता है।
क्या हेयर ट्रांसप्लांट सुरक्षित हैं?
लोग अक्सर हेयर ट्रांसप्लांट की विभिन्न प्रक्रियाओं की सफलता दर और साथ ही उसकी कई संभावित कमियों के बारे में पूछते हैं। हेयर ट्रांसप्लांटेशन सुरक्षित है या नहीं, इस मुद्दे पर सबसे अच्छा और प्रामाणिक जवाब यह है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे यहां हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी योग्य विशेषज्ञों द्वारा ही की जाती है, और यह सुनिश्चित करने के लिए हर पहलू पर विचार किया जाता है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित और सफल दोनों हो। इसलिए चिंतित होने की बिल्कुल आवश्यकता नहीं है।
हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान, सर्जन या फिर विशेषज्ञ बालों से भरपूर क्षेत्र, जैसे सिर के पीछे, जिसे डोनर क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, से रोम निकालते हैं। सिर के प्रभावित क्षेत्र में बिना बालों वाले बालों के रोम को फिर छोटे छिद्रों में प्रत्यारोपित किया जाता है।
हेयर ट्रांसप्लांट की सफलता दर
बालों के विकास को दुबारा प्राप्त करने के लिए हेयर ट्रांसप्लांटेशन कई कारणों से एक बेहद ही अत्यधिक प्रभावी सर्जरी हो सकती है। हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी की सफलता दर कई कारकों पर निर्भर होती है और उनके द्वारा निर्धारित की जाती है, जिसमें कि सर्जन या फिर डॉक्टर की विशेषज्ञता और उनके अनुभव, साथ ही डोनर के बालों की मोटाई भी शामिल है।
एक अध्ययन में यह पाया गया कि सिर के बालों के साथ-साथ शरीर या फिर दाढ़ी के बालों का उपयोग करके FUE करवाने वाले अधिकांश पुरुष 2.9 वर्षों के बाद भी परिणामों से खुश थे। 79 प्रतिभागियों के बीच संतुष्टि का यह औसत स्कोर 10 में से 8.3 था।
इसी तरह, एक अन्य अध्ययन के निष्कर्ष यह भी बताते हैं कि FUE के साथ प्लेटलेट-रिच प्लाज़्मा (PRP) थेरेपी का उपयोग करने से FUE हेयर ट्रांसप्लांट की सफलता की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है। PRP समूह के सभी प्रतिभागियों में 6 महीने के बाद भी 75% से अधिक बाल फिर से उग आए, इसलिए आप इस बारे में पूरी तरह से सुनिश्चित हो सकते हैं कि हेयर ट्रांसप्लांट पूरी तरह सुरक्षित है या नहीं, क्योंकि हेयर ट्रांसप्लांट की सफलता दर बहुत अधिक है।
हेयर ट्रांसप्लांट करवाने वाले लोगों के लिए, उनसे जुड़े अध्ययन को सावधानीपूर्वक और साथ ही कुशल सर्जन से परामर्श की आवश्यकता होती है। इससे जुड़ी प्रक्रिया तथा उसके संभावित खतरों और दीर्घकालिक परिणामों को समझने से रोगियों को को इसके विकल्प बनाने और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में काफी अधिक मदद मिल सकती है। उचित देखभाल और साथ ही अनुभव के साथ-साथ, हेयर ट्रांसप्लांट बालों के झड़ने का एक सुरक्षित और क्रांतिकारी समाधान हो सकता है।
सर्जरी के बाद, यह बेहद बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि व्यक्ति खुद की अच्छी देखभाल करे। समय पर आवश्यक दवाएँ लें और साथ ही अपने सर्जन या फिर डॉक्टर द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें। सर्जरी के बाद सूजन और सुन्न होने की समस्या 2 सप्ताह में पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। अधिक जानकारी के लिए आप ALCS क्लिनिक पर भी जा सकते हैं।