गाइनेकोमास्टिया क्या है?
सबसे पहले मन में सवाल उठेगा कि गाइनेकोमास्टिया क्या है ? तो आपको बता दें कि गाइनेकोमास्टिया एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें लड़को या पुरुषों के स्तन के टिश्यू में सूजन आ जाती है। यह तब होता है जब व्यक्ति के शरीर में पाए जाने वाले दो हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं। अगर फैट जमा होने के कारण स्तन बढ़े हुए हैं, तो यह एक अलग स्थिति होती है जिसे “स्यूडोगाइनेकोमास्टिया” कहा जाता है।सामान्यतः उस तरह से पुरुषों में स्तन नहीं बढते हैं जैसे कि वे महिलाओं में बढ़ते हैं। सभी लड़कों में स्तन टिश्यू की थोड़ी सी मात्रा जन्म से ही होती है। उम्मीद है अब आपको प्ता चल गया होगा कि गाइनेकोमास्टिया क्या है।
लड़कों का शरीर सामान्यतः टेस्टोस्टेरोन नामक हार्मोन बनाता है, जो कि उनके शारीरिक विकास को दर्शाता है। लेकिन पुरुष थोड़ा एस्ट्रोजन भी बनाते हैं। एस्ट्रोजन हार्मोन लड़कियों में यौन विकास को बढ़ाता है।
जब एक लड़का अपने यौवन से गुजर रहा होता है तो कभी कभी हार्मोन का संतुलन बदल जाता है और एस्ट्रोजन हो जाता है।
कभी-कभी ऐसा होता है कि एस्ट्रोजन का अधिक होना पुरोषों में स्तन टिश्यू में सूजन का कारण बनता है। लगभग आधे किशोर लड़कों और 50 वर्ष से अधिक उम्र के दो-तिहाई पुरुषों में यह होता है।
गाइनेकोमास्टिया लक्षण
गाइनेकोमास्टिया क्या है जानने के बाद सबसे पहले उत्सुकता होती है कि इसके लक्षण क्या है। गाइनेकोमास्टिया का सबसे पहला लक्षण निप्पल के नीचे फैट के टिश्यू की गांठ की गांठ का मिलना हो सकता है। कभी-कभी यह गांठ मुलायम या पीड़ादायक भी हो सकता है।
इससे आपको यह भी शक हो सकता है कि आपको स्तन कैंसर है जो कि पुरुषों को बहुत कम संख्या में होता है। Gynecomastia सामान्यतः कैंसर का संकेत नहीं होता है, लेकिन डॉक्टर कैंसर के शक को दूर करने के लिए कुछ टेस्ट कर सकता है।
स्तनों में सूजन कई बार दोनों स्तनों में समान रूप से नहीं होती है, जिसमें एक स्तन दूसरे से बड़ा हो जाता है।
अपने चिकित्सक को जरूर दिखाएं अगर आप यह महसूस करते हैं कि आपके स्तनों में सूजन है या यह बहुत दर्दनाक हैं, या एक या दोनों स्तनों के निप्पल से कुछ लिक्विड निकल रहा है अब आप जान ही गए है गए है कि गाइनेकोमास्टिया क्या है और उसका लक्षण क्या है।
गाइनेकोमास्टिया होने के कारण
गाइनेकोमास्टिया क्या है और उसके लक्षण क्या जानने के बाद आप जरूर जानना चाहेंगे कि यह किन कारणों से होता है। बहुत सी चीजें हार्मोन के असंतुलन को बढ़ाती हैं जो कि पुरुषों में स्तन की वृद्धि का कारण बनती हैं पर इस स्तन की वृध्दि का कोई कारण नहीं पता चल पाता है।
उम्र बढ़ने के साथ शरीर में बदलाव के साथ साथ कुछ और चीजें भी गाइनेकोमास्टिया का कारण बन सकती हैं जैसे
- कोई चोट या को रोग जब अंडकोष को प्रभावित करता हैं, तो हार्मोन प्रभावित होता है।
- थायराइड की समस्या से भी हार्मोन प्रभावित रहता है और विकास को प्रभावित करता है।
- कई प्रकार के कैंसर, जिनमें फेफड़े, पिट्यूटरी ग्रंथि के ट्यूमर होने की सम्भावना से भी हार्मोन प्रभावित होते हैं।
- मोटापा होने के कारण भी अधिक एस्ट्रोजन हो सकता है।
- अनाबोलिक स्टेरॉयड, मारिजुआना और हेरोइन सहित अवैध दवाएं लेने से भी अधिक एस्ट्रोजेन हो सकता है।
- गुर्दे के खराब होने के कारण भी हार्मोन बढ़ सकता है।
- दिल की बीमारी के कारण भी हार्मोन प्रभावित हो सकता है।
- कुछ बच्चों को थोड़े समय के लिए गाइनेकोमास्टिया हो सकता है जब उनकी माँ के हार्मोन उनके शरीर में होते हैं।
कुछ प्रकार की दवाएं गाइनेकोमास्टिया का कारण बन सकती हैं, जैसे:
एंटी-एण्ड्रोजन- ये ऐसी दवाएं हैं जो बढ़े हुए प्रोस्टेट कैंसर के इलाज में काम आती है और यह भी हार्मोन के असंतुलन का भी कारण होती है।
अनाबोलिक स्टेरॉयड और एण्ड्रोजन- एथलीट कभी-कभी अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के लिए इन दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। कुछ शर्तों के लिए दवाओं के वैध उपयोग भी हैं।
एचआईवी की दवाएं- Gynecomastia कभी-कभी एचआईवी के इलाज का एक साइड इफेक्ट हो सकता है।
दिल की दवाएं- डिगॉक्सिन (लैनॉक्सिन) और कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स जैसी दवाएं भी कभी-कभी गाइनेकोमास्टिया का कारण बन सकती हैं।
पेट को साफ करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं जैसे मेटोक्लोप्रमाइड (रेगलन) लेने पर एक साइड इफेक्ट के रूप में गाइनेकोमास्टिया हो सकता है।
अल्सर की दवाएं- कई दवाएं जो कि आप अल्सर के लिए इस्तेमाल करते हैं तो गाइनेकोमास्टिया का कारण बन सकता हैं, जैसे कि सिमेटिडाइन (टैगामेट एचबी)।
कुछ एंटीबायोटिक्स भी गाइनेकोमास्टिया होने के कारण बन सकते हैं। आप यह जान ही गया हैं कि गाइनेकोमास्टिया क्या होता है और यह किन कारणों से होता है।
गाइनेकोमास्टिया के इलाज
यदि आपके डॉक्टर को लगता है कि आपको गाइनेकोमास्टिया है, तो वह यह जांच करेंगे कि ये गाइनेकोमास्टिया ही है। डॉक्टर आपसे आपकी पिछली बिमारियों के बारे में कुछ पूछ सकते हैं जैसे –
- क्या आपको गले की बीमारी, गुर्दे की बीमारी, या जिगर की बीमारी हैं?
- आपने कौन कौन सी दवाएं ली हैं – कहीं वो आपके स्वास्थय के लिए हानिकारक तो नहीं है?
डॉक्टर आपको कई टेस्ट करवाने के लिए भी कह सकते हैं जैसे:
- ब्लड टेस्ट या यूरिन टेस्ट
- मैमोग्राम
- बायोप्सी
- सीटी स्कैन
- एमआरआई
- अल्ट्रासाउंड
गाइनेकोमास्टिया का इलाज क्या है?
सामान्यतः इसमें किसी इलाज की ज़रुरत नहीं होती है। गाइनेकोमास्टिया के ज्यादातर मामले समय के साथ ही कम होते जाते हैं। पर अगर यदि कोई समस्या है जिसके कारण गाइनेकोमास्टिया हो रही है तो दवाएं देने की ज़रुरत महसूस हो सकती है। अगर यह किसी दवा के कारण हो रहा है तो डॉक्टर इसे बंद करने के लिए भी कह सकता है या उसकी जगह कोई दूसरी दवा लिख सकता है। डॉक्टर एंडोक्रिनोलॉजिस्ट को दिखाने का भी सुझाव दे सकता है। सामान्यतः इसमें सर्जरी की सिफारिश तब तक नहीं की जाती है जब तक कि गाइनेकोमास्टिया किसी गंभीर दर्द में नहीं बदल जाता है या देखने में बुरा नहीं लगता है।
जिस भी व्यक्ति को इससे समस्या हो रही है उसे तुरंत डॉक्टर से सलाह ले लेनी चाहिए। Gynecomastia कभी कभी व्यक्ति को बुरा अनुभव भी से सकता है और कपड़ा बदलते समय भी आपको शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है। यह कई अन्य लोगों में चिंता, तनाव या डिप्रेशन का खतरा भी पैदा कर सकता है। काउंसलर से बात करने से भी इसमें मदद मिल सकती है।
कई अन्य बिमारियों के कारण भी आपको लगेगा कि आप गाइनेकोमास्टिया से पीड़ित है पर वो गाइनेकोमास्टिया नहीं होता है। उनमें शामिल है –
- स्तन कैंसर
- वसायुक्त स्तन टिश्यू
कुछ मामलों में डॉक्टर आपको कई तरह की सर्जरी कराने की भी सलाह दे सकता है। इसमें शामिल है:
- लिपोसक्शन
- मास्टेक्टॉमी
- गाइनेकोमास्टिया का रोकथाम
गाइनेकोमास्टिया से बचने के उपाय
गाइनेकोमास्टिया क्या होता है जानने के बाद आइए आपको बताते है कि गाइनेकोमास्टिया से बचने का उपाय क्या है –
- अनाबोलिक स्टेरॉयड, एण्ड्रोजन, एम्फ़ैटेमिन, मारिजुआना, या हेरोइन जैसी नशीले पदार्थों का सेवन न करें।
- शराब न पिएं या बहुत कम पिएं।
- गाइनेकोमास्टिया अगर किसी दवा के कारण हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर से बात करें।
गाइनेकोमास्टिया से होने वाली जटिलताएं
Gynecomastia का व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इससे आप शर्मिंदा भी महसूस कर सकते हैं या इसके बारे में बहुत अधिक टेंशन भी ले सकते हैं। इन चीजों को खत्म करने के लिए आप खुद से भी प्रयास कर सकते हैं।
अपने परिवार में और करीबी दोस्तों से भी बात करते रहें। वे आपको सबसे अच्छी तरह से जानते हैं और समझते हैं। वो आपको भावनात्मक रूप में समर्थन दे सकते हैं जिसकी आपको जरूरत है।
आपको टेंशन से निकालने में सहायता समूह भी मदद कर सकते हैं। आपको उन लोगों से मिलना चाहिए जिन्हें पता है कि इस स्थिति में क्या करना चाहिए। आप अपने डॉक्टर से भी पूछ सकते है। आप सबसे अच्छे डॉक्टरों से मदद लेने के लिए ALCS Clinic में अपॉइंटमेंट भी बुक कर सकते हैं।