महिलाओं में बाल झड़ने के कारण
महिलाओं में बालों का झड़ना बेहद आम समस्या है।
पर महिलाओं के बाल झड़ने के कोई एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं। किसी बीमारी से लेकर हार्मोन में बदलाव या फिर तनाव कुछ भी बाल झड़ने का कारण हो सकता है। महिलाओं में बाल झड़ने के कारण क्या है उसका पता लगाना हर बार आसान नहीं होता है, लेकिन फिर भी कई ऐसी तकनीकें हैं जिनसे पता लगाया जा सकता है कि महिलाओं में बाल झड़ने के कारण क्या है?
बालों के झड़ने का मुख्य लक्षण
महिलाओं में बाल झड़ने के कारण अलग अलग हो सकते है और अलग अलग कारणों से बालों के झडने पर उनके झड़ने का तरीका भी अलग अलग हो सकता है। समय के साथ अचानक भी बाल झड़ सकते हैं या फिर बाल धीरे-धीरे पतले हो कर भी झड़ सकते है। आप बाल गिरने के लक्षणों और पैटर्न को जरूर ध्यान में रखें।
बाल झड़ने के कुछ लक्षणों में शामिल हैं:
- बालों का पतला होना
सिर के उपरी हिस्से पर बालों का धीरे धीरे पतला होना बालों के झड़ने का सबसे आम पैटर्न और सबसे सामान्य लक्षण भी है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों पर अपना असर छोड़ता है। इस समय पुरुषों को एक पतली हुई हेयरलाइन दिखाई देती है और महिलाओं में अक्सर हेयरलाइन का हिस्सा चौड़ा हो जाता है। - गंजेपन का धब्बा
सिर के उपरी हिस्से पर गोल आकार में बाल गायब हो सकते है या धब्बेदार भी हो सकते हैं। वे आकार में सिक्कों की तरह हो सकते हैं और सामान्यतः स्कैल्प पर दिखाई देते हैं। बाल गिरने से ठीक पहले स्किन में खुजली या दर्द भी महसूस हो सकता है। - बालों का गुच्छा निकलना
एकाएक और अचानक ही बालों के झड़ने को महसूस किया जा सकता हैं, खासकर जब आप भावनात्मक रूप से कमज़ोर महसूस कर रहें हो या शरीर में कहीं चोट लगी हुई हो। जब आप अपने बाल धो रहे होंगे या बालों में कंघी कर रहे होंगे तो हो सकता है बाल बहुत जल्दी टूट जा रहें हों क्योंकि वो कमज़ोर हो गए होंगे। - बालों का पूरी तरह झड़ना
कई बिमारियों में बाल पूरी तरह से झड़ सकते हैं जैसे कीमोथेरेपी करवाने के बाद सभी बाल झड़ जाते हैं और आप उन्हें झड़ते हुए देख भी सकते हैं।
एलोपेसिया के 4 प्रकार
एलोपेसिया का सामान्य सा अर्थ है “बालों का झड़ना।” यह संक्रमण के माध्यम से नहीं फैलता है। जेनेटिक समस्याओं या देखभाल में कमी के कारण ये होता और बालों के रोम को कमज़ोर करने का काम करता है। यह महिलाओं में बाल झड़ने के कारण में सबसे अधिक देखा गया है। इसके 4 प्रकार होते है –
एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया महिला-पैटर्न में बालों का झदना गंजापन आनुवंशिक कारणों से होता है। यह महिलाओं में बाल झड़ने के कारण में मुख्य बनता जा है और आमतौर पर 12 से 40 साल की उम्र के महिलाओं को यह अधिक होता है। पुरुष में गंजेपन को हेयरलाइन के घटने और गंजेपन के धब्बों के रूप में देखा जाता हैं। महिलाओं के बालों का झड़ना बालों के पतलेपन के रूप में दिखाई देता है।
एलोपेसिया एरीटा में बालों का झड़ना अचानक होता है। इसमें सिर या शरीर के बाल अचानक झडने लगते है। इस दौरान सिर पर एक या एक से अधिक गोल पैच सिर पर बन जाता है जो कि ओवरलैप भी हो सकता है और ओवरलैप नहीं भी हो सकता है।
सिकाट्रिकियल एलोपेसिया में किसी कारण वश बाल झड़ते है और उनका निशान बन जाता है।
ट्रॉमैटिक एलोपेसिया में हेयर स्टाइलिंग के कारण बाल झड़ने लगते हैं। बालों को डाई या सीधा करने के लिए गर्म कंघी, ब्लो ड्रायर, स्ट्रेटनर या कुछ रसायनों का उपयोग करने के बाद बाल बाल टूट भी सकते हैं।
कई स्वास्थ्य कारणों से भी बालों के झड़ने की समस्या होने लगती है जैसे हार्मोन में बदलाव के कारण हो या थायराइड की समस्या हो; स्किन पर दाद हो; या ऑटोइम्यून बीमारी जैसे सीलिएक रोग जिसमें शरीर खुद पर ही हमला करने लगता है
निम्न स्वास्थ्य कारणों से भी बालों के झडने की समस्या हो सकती है –
- हाइपोथायरायडिज्म
- हॉजकिन का रोग
- hypopituitarism
- हाशिमोटो रोग
- एडिसन रोग
- सीलिएक रोग
- लाइकेन प्लानस
- दाद
- ट्राइकोरहेक्सिस इनवगिनाटा
बालों के झडने के कई अन्य कारण
महिलाओं में बाल झड़ने के कारण कोई एक नहीं होता है बल्कि अन्य कारण भी हो सकते है, तो आपको कई अन्य लक्षणों का भी अनुभव हो सकता है।
- हाइपोथायरायडिज्म के कारण थकान से लेकर वजन बढ़ना, मांसपेशियो की कमजोरी से लेकर जोड़ों में सूजन तक कुछ भी तक शरीर में कर सकता है।
- दाद सिर पर पपड़ीदार और बहुत अधिक दर्द देने वाले भूरे या लाल धब्बे पैदा कर सकता है।
- सीलिएक रोग मुंह के छालों से लेकर सिरदर्द, त्वचा पर चकत्ते से लेकर एनीमिया तक कुछ भी पैदा कर सकता है।
- हॉजकिन्स डिजीज के कारण रात को पसीना और लिम्फ नोड्स में सूजन जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।
इन बिमारियों का पता लगाने के लिए डॉक्टर बालों के झड़ने के अलावा आपके आपने जिन लक्षणों को महसूस किया है उनको भी पूछ सकता है। वह बॉडी टेस्ट से लेकर ब्लड टेस्ट या स्कैल्प बायोप्सी भी करवा सकता है
कुछ बिमारियों जैसे सीलिएक रोग जेनेटिक रूप में भी मिल सकती हैं। अगर आपके साथ ऐसा है तो बालों के झड़ने संबंधी इलाज के लिए जब भी डॉक्टर से मिले तो इसका जिक्र जरूर करें।
रजोनिवृत्ति और हार्मोन का असंतुलन
महिलाओं में बाल झड़ने के कारण रजोनिवृत्ति भी हो सकती है। रजोनिवृत्ति के दौरान महिलाओं में बालों के झड़ने की समस्याएं हो सकती है क्योंकि हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का उत्पादन कम हो जाता है। इस परिवर्तन से मासिक धर्म चक्र नियमित रूप से नहीं पूरा होता है। रूखी त्वचा, रात को पसीना आना, वजन का बढ़ना और योनि में सूखापन जैसे लक्षण भी इस समय दिख सकते हैं। यह अतिरिक्त तनाव बालों के झड़ने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
तनाव के कारण बालों का झड़ना
यदि आप मानसिक रूप से या शारीरिक रूप में भी तनाव में हैं, तो यह बालों के झड़ने का कारण बन सकता है। परिवार में मृत्यु, बड़ी सर्जरी के दौरान, या गंभीर बीमारी के लक्षण जैसी चीजें शरीर में बालों के उत्पादन को बंद करने का काम करती है। महिलाओं में बाल झड़ने के कारण में तनाव के कारण बालों का झड़ना प्रमुख है।
शरीर में एकाएक बदलाव होना
महिलाओं में बाल झड़ने के कारण में शामिल है टेलोजेन एफ्लुवियम (टीई)। यह हमेशा के लिए नहीं होता है और तब होता है जब बालों को उगाने वाले फॉलिकल्स की संख्या में कोई बदलाव होता है।
जैसे प्रसव या किसी अन्य तनाव बाद के महीनों में महिलाओं के बाल झड़ सकते हैं। आप कभी-कभी स्ट्रैंड को देखकर TE बालों के झड़ने की पहचान कर सकते हैं।।
टीई आमतौर पर किसी भी चीज के कारण हो सकता है जो आपके शरीर को बहुत अधिक प्रभावित कर सकते है और इसी वजह बालों के जीवन चक्र प्रभावित हो सकता है।
TE बालों के कारण बालों को बढ़ाने वाले कारण:
- तेज़ बुखार
- गंभीर रूप से संक्रमण
- पुरानी बीमारी का होना
- इमोशनल रूप से तनाव महसूस करना
- क्रैश डाइट, प्रोटीन की कमी, खाने के इच्छा न होना आदि
रेटिनोइड्स, बीटा ब्लॉकर्स, कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, एंटीडिपेंटेंट्स और नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी) जैसी कुछ दवाएं लेने से भी टीई हो सकता है। पर इस तरीके से बालों के झडने पर गंजापन पूरी तरह नहीं होता है बल्कि समस्या के समाधान के साथ बाल फिर से आ जाते है।
मासिक धर्म के दौरान खून की कमी के कारण महिलाओं में बाल झड़ने के कारण
आयरन की कमी भी हो सकती है। महिलाओं को पहले से ही आयरन की कमी होने का खतरा होता है, इसलिए आहार में पर्याप्त आयरन न लेने से आयरन की कमी हो सकती है और इस वजह से भी बाल झड़ सकते हैं।
महिला-पैटर्न गंजापन और एलोपेसिया के कारण बालों के झड़ने को रोकने के लिए कई दवाएं आती हैं पर उनके परिणाम मिलने में महीने या कभी कभी साल भी लग सकते हैं।